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दुबई में विंध्य की फ्रूट बर्फी की डिमांड: एक ऐसा फल जिसको खाने के लिए डॉक्टर भी देते है सलाह, 200 रूपये से 800 रूपये की कीमत।

विंध्य की एक खास मिठाई जोकि काफी फेमस है क्योंकि ये क्षेत्र अपने प्रदेश में खानपान के मामले में काफी अलग माना जाता है और यह की फ्रूट बर्फी के बारे में जानिए इसको अलग-अलग फलों से तैयार किया जाता है, अमहिया रोड पर स्थित केसरवानी अचार और मसाला भंडार ये 151 वैरायटी के अचार और 22 प्रकार के मुरब्बे के लिए मशहूर है पर यह रीवा से बनी स्पेशल फ्रूट बर्फियां काफी पसंद की जा रही है इसकी बात ही अलग है क्योंकि ये खोए से नहीं, बल्कि फलों के रस से तैयार करी जाती है और इसकी डिमांड प्रदेश के कई जिलों में रहती है।

दुकान की शुरुआत।

दुकान संचालक श्रीनिवास गुप्ता से बातचीत करने से पता चला कि उनकी इस दुकान की शुरू 20 साल पहले हुई थी तब उनके पिताजी ने नरेंद्र नगर मोड़ ने इसका संचालन शुरू किया था इनकी उम्र बढ़ने पर दुकान की बागडोर श्रीनिवास के अपने हाथो में ले लिया और लगभग सात साल पहले ही दुकान को अमहिया रोड पर शिफ्ट किया गया है।

नये विचार से हुई मिठाई की शुरुवात।

श्रीनिवास गुप्ता को नया विचार आया कि अचार और मुरब्बे के लावा यह मिठाई को चलाना भी काफी अच्छा रहेगा इसलिए ये नए आइडिया लेकर मिठाई की शुरुवात की इसमें उनकी पत्नी ने उनका साथ दिया दोनो ने मिलकर इसपर काम किया धीरे-धीरे इसकी डिमांड बढ़ने लगी। लोगों की पसंद के हिसाब से ऑर्डर पर अचार, बर्फी और पापड़ तैयार किए जाते है 20 साल पहले जो ग्राहक हमसे जुड़े थे, वो आज भी यहां से अचार-मसाला, पापड़ और बर्फी लेना पसंद करते है क्योंकि यह ऑर्डर पर जो सामग्री मिलती है ये सब ताज़ी रहती है जिनका टेस्ट भी काफी अच्छा होता है।

मार्केट में डिमांड की वजह।

इस नायाब बर्फी की मार्केट में काफी डिमांड की मुख्य वजह है कि इसे खाने से फैट नहीं बढ़ता है और यहां मिलने वाली आंवले की बर्फी को डॉक्टर ने भी सजेस्ट किया है क्योंकि आंवले विटामिन सी की कमी को दूर करता है इसके अलावा पेट के मरीजों के लिए भी ये बर्फी काफी फायदेमंद है साथ ही बालों की ग्रोथ के लिए भी फायदेमंद बर्फी है जोकि अलग-अलग फलों से बनने गई है बर्फियों में विटामिन B, विटामिन C, प्रोटीन, फाइबर समेत एनर्जी के तत्व मौजूद है।

आसान तरह से बनती है बर्फी।

इसको बनाने के लिए सबसे पहले फल को छील कर रातभर पानी में डुबोकर रख दिया जाता है सुबह इसके बीजों को निकालते हैं फिर पानी में घंटों उबालने के बाद बारीक पीसते हैं और गुड़ या शक्कर से तैयार चासनी में इसे डालते हैं। इसके गाढ़े मिश्रण को सांचे में ढालकर सूखने के लिए रख दिया जाता है। सूखने के बाद कटिंग कर दी जाती है बर्फी को तैयार करने के लिए केमिकल या कलर का उपयोग नहीं किया जाता है यह पूरी तरह से हर्बल वाली है।

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