रिलेशनशिप: ब्रेकअप होने पर कैसा दर्द महसूस करते है कपल्स, प्यार के पीछे की साइंस, जानिए क्या केमिकल्स से बन रही जोड़ियां।
होली के बाद मौसम में तरह तरह के बदलाओं देखना शुरू होते है
बसंत के बाद से कहीं पेड़ों पर फूल ही फूल नजर आते है तो कही शाखों से पत्ते गायब हो जाते है कही नई कोपलें और नए पत्ते निकल आते है कहा जाएं तो ये मौसम किसी शायर की तरह से देखना है और शायरी प्रेमीयों से खास संबंधित होती है इसलिए शायद ये मौसम युवाओं के लिए रोमांस के महीने की तरह है। इसमें प्रेमी अपनी प्रेमिका से मुहब्बत का इजहार करता है और साथ में रहने के जीने मरने के वादे करते है।
पार्टनर को फील कराएं हैप्पी।
पार्टनर को हैप्पी फील करवाने के लिए जरूरी है कि साथी को ध्यान से सुनें।
वादों को पूरा करें और भरोसा जताएं।
उनको सरप्राइज दें।
पार्टनर की तारीफ करें
उनके क्वालिटी टाइम बिताएं।
प्यार हो जाने के पीछे की साइंस।
कहते हैं न कि प्यार किया नहीं जाता, हो जाता है सच तो ये है कि इसके पीछे सारा खेल विज्ञान का है क्योंकि इस तरह से हो जाता है पहली नजर में प्यार।
पहला प्यार पहली नजर में होने के लिए नजरो का खेल न होकर ज्यादा अधिक इसकी वजह आपके डीएनए की अहम भूमिका होती है फेमस क्रोएशियाई जेनिटिसिस्ट तमारा ब्राउन का कहना है कि डीएनए का एक हिस्सा है मानव ल्यूकोसाइट एंटीजन से है क्योंकि यह पहली नजर में टू लव खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है इसके चलते हमारे शरीर से खास महक आती है। इसी से कोई आपकी पसंद या नापसंद बना लेता है।
रब नहीं, केमिकल्स से बन रही जोड़ी।
जब भी किसी इंसान को प्यार होता है तो वो इंसान तरह-तरह के अनुभव करता है और उसके मन और शरीर में कई बदलाव होना शुरू हो जाते है पर इस तरह के बदलाओं ही आपको प्यार के लिए प्रेरित करते रहते है वैज्ञानिकों की मानें तो प्रेम की शुरुआत में हमारे शरीर में तीन तरह के केमिकल्स खलबली मचाते हैं नोराड्रेनालाइन, डोपामाइन, फेनएथलामिन ये तीनों केमिकल मिलकर ही हमारे दिमाग में प्यार का पौधा बीते है।
तीन तरह का होता है प्यार।
विज्ञानिको ने प्यार को तीन अलग कैटगरीज में बांटा है ये तीन लेवल इस तरह हैं कि जैसे-जैसे प्यार बढ़ता जाता है ये जगह अलग अलग लेता जाता है।
पहली तरह का प्यार है लस्ट होता है यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन और महिलाओं में एस्ट्रोजेन हॉर्मोन के कारण होता है।
दूसरी तरह का प्यार आकर्षण होता है इसमें नशे की तलब जैसा एहसास होता है, जैसे कोई लती व्यक्ति शराब या सिगरेट की तलाश कर रहा होता है।
तीसरे और आखिरी लेवल में आपको साथी से लगाव हो जाता है। आप उसके साथ भविष्य की योजनाएं बनाते हैं।
ब्रेकअप से गुजर रहे कपल्स को करें डील।
सलाह देने के बजाय उसे सुनें।
उसकी पर्सनल बातें किसी से शेयर न करें।
उसके साथ समय बिताएं।
उसे अकेला न छोड़ें।
उसके साथ कहीं घूमने जा सकते हैं।
स्थिति बिगड़ने पर मनोवैज्ञानिक के पास ले जाएं।
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