पुष्प नक्षत्र: पुष्प नक्षत्र सोने की खरीद के लिए मना गया है शुभ दिन, सोना खरीदने पर लक्ष्मी साग कुबेर भी रहेंगे शामिल, इन बताओ का भी रखे ख्याल।
धर्मशास्त्रों के मुताबिक कुल 27 नक्षत्र माना गए है ब्रह्माजी के पुत्र दक्ष प्रजापति की 27 कन्याएं इन 27 नक्षत्र को कहा गया है, इन सबका विवाह दक्ष ने चंद्रमा के साथ हुआ इस तरह चंद्रमा का अलग-अलग नक्षत्रों के साथ संयोग होना पति-पत्नी के पवित्र प्रेम का प्रतीक माना गया है। इन सभी संयोग होने से की जिस महीने में चंद्रमा का जिस नक्षत्र के साथ संयोग होता है, उस महीने का नाम उसी के नाम पर पड़ जाता है। शास्त्रों और धर्मग्रंथों में ऐसे नक्षत्र को बहुत शुभ माना गया है जबकि महीने में एक दिन ऐसा आता है कि चंद्रमा पुष्प नक्षत्र में सयोग कर जाता है तब इसको पौष कहा जाता है। इस नक्षत्र में किए गए सभी काम स्थायी सुख और समृद्धि देने वाले होते हैं क्योंकि इस नक्षत्र के प्रतिनिधि शनि कायें जाते है जिन्हें स्थावर कहा गया है, जिसका मतलब होता है स्थिरता।।
जीवन भर का होता है लाभ।
अगर कोई दिवाली के पहले पुष्य नक्षत्र में कोई सोना खरीदता है तो उसको इसका जीवन भर का लाभ होता है और ये सोना जीवन भर काम आता है। ये बात पंडित विनोद शास्त्री ने बताई कि दिवाली के पहले आने वाला पुष्य नक्षत्र विशेष तौर पर शुभ माना गया है।
ज्वेलरी के सही वजन की करे जांच।
सोने की कीमत में बड़ा फर्क उसके महंगा होने की वजह से पढ़ता है जरूरी है कि वजन में कुछ ग्राम का अंतर का भी ध्यान रखा जाएं इसके लिए बिल का होना भी बहुत मायने रखता है क्योंकि उस बिल पर गहने का वजन लिखा जाता हैं। पर कभी ऐसा हो की ज्वैलरी का वास्तविक वजन कम हो तो दूसरी जगह उसका वजन जरूर करना चाहिए यदि वजन कम है तो इसका क्लेम भी किया जा सकता है। बशर्त है कि ज्वैलरी शॉप से बिल रिसिप्ट लेना नही भूले क्योंकि इसके अभाव में आप कोई और किसी तरह का क्लीन नही कर सकते है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम का उठाएं फायदा।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की कीमतें रिजर्व बैंक तय करता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम सोने में निवेश के लिए जारी होती है। इसके लिए अगर ऑनलाइन पेमेंट किया जाए तो प्रति ग्राम पर छूट मिलती है इस पर सालाना 2.5% ब्याज दिया जाता है शायद इसलिए सोने में निवेश करना अच्छा विकल्प है।
डिजिटल गोल्ड बेहतर विकल्प।
अगर आप असली सोना नही खरीद सकते है तो मायूस होने की बात नही है इसके जगह पर आप डिजिटल गोल्ड भी खरीद सकते हैं। क्योंकि इसमें सोने में निवेश 1 रुपए से भी संभव है।कंपनी उसकी कीमत का सोना लॉकर में रखती है उसके बदले में रसीद मिलती है।
हॉलमार्क होना है जरूरी।
जब भी सोना खरीदने जाएं तो आपको सोने का भाव जरूर पता हो और देखे की सोने की शुद्धता कितनी है यानी कितने कैरेट का
सोना है, इस जानकारी के साथ उसके मेकिंग चार्ज का मोल-भाव जरूर करें।
सरकार द्वारा अनिवार्य बनाई गई हॉलमार्किंग जरुरी है ये बात सभी को पता है यदि ऐसा है कि इस बात से आप अवगत नही है तो इसको अच्छी तरह से जानले कि ज्वेलरी खरीदने से पहले हॉलमार्क कन्फर्म करना जरूरी है ये सोने की शुद्धता को सुनिश्चित करता है।
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