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राम मंदिर का निर्माण: सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने 9 नवंबर 2019 में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई बेंच की अध्यक्षता में रामजन्मभूमि पर फैसला सुनाया, अब 22 जनवरी को विराजेंगे रामलला।

शनिवार, 9 सितंबर हुई बैठक में राम मंदिर से जुड़ी भवन निर्माण समिति की चर्च हुई इस बैठक में शामिल विहिप अध्यक्ष आलोक कुमार, उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्रा, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, सदस्य डॉ. अनिल मिश्र, अयोध्या के राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र और एलएंडटी के इंजीनियर मौजूद हुए।

मंदिर के निर्माण को लेकर हुए चर्चा।

बैठक में हुई मंदिर के ग्राउंड फ्लोर और मूर्तियों को फाइनल टच देने पर चर्चा इसके साथ भवन निर्माण समिति की दूसरी बैठक LNT ऑफिस में भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में मंदिर को लेकर रामसेवकपुरम में बन रही मूर्तियों और मंदिर के ग्राउंड फ्लोर को फाइनल टच देने पर चर्चा की गई। इसके अलावा मंदिर से जुड़े सभी निर्माण कार्यों को दिसंबर तक पूरा करने का  निर्देश दिए गए। इस तरह अभी के मंदिर के काम में खंभों पर देव प्रतिमाओं को उकेरा जा रहा, इनपर नक्काशी को फाइनल टच दिया जा रहा है और इससे जुड़े अधिकारियों ने बताया गया कि मंदिर के फर्स्ट फ्लोर में लगने वाले सभी 14 दरवाजे बनकर तैयार किए गयें है।

राम मंदिर में 22 जनवरी को विराजेंगे रामलला।

22 जनवरी 2024 अयोध्या में  को राम मंदिर में रामलला विराजेंगे जाने को है तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य का जन्मदिन अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा इस कार्यक्रम में ही पीएम मोदी को आमन्त्रित किया गया है और 15 जनवरी से ही मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह शुरू किया जायेगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम के लिए न्योता भेजा गया है और समारोह के अंतिम दिन 22 जनवरी को पीएम मोदी की मौजूदगी में राम मंदिर में रामलला को विराजमान कर दिया जायेगा।

राम मंदिर का परिसर।

राम मंदिर में तीन फ्लोर होने को है पूरा मंदिर परिसर 71 एकड़ में   बनाए जाएंगे और 8 एकड़ में राम मंदिर बन रहा है मंदिर का मुख्य भवन 57400 स्क्वॉयर फीट एरिया में रहेंगे इसकी लंबाई 360 फीट और चौड़ाई 235 फीट है और मंदिर के पूर्व दिशा में सिंह द्वार होगा, यही मुख्य प्रवेश द्वार रखे गए है मंदिर का शिखर 161 फीट ऊंचा होगा इसके साथ उसके आगे नृत्य मंडप, फिर रंग मंडप, गृह मंडप, गुण मंडप और सबसे आखिर में गर्भगृह होगा इसको चंद्रपुर की लकड़ी से बनाया जायेगा जिसमें राम मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए 42 दरवाजे होंगे, इनमें 5 मुख्य दरवाजे होंगे, जिनका नाम सिंह द्वार, नृत्य मंडल द्वार, रंग मंडप द्वार, कौली द्वार, गर्भ गृह द्वार होगा कहना है कि ये सभी दरवाजे सागौन की लकड़ी से बनाए जाएंगे इन सबमें नक्काशी करके मोर, कलश, सूर्य, चक्र और फूल बनाए जाएंगे। मंदिर के गर्भगृह को भी नक्काशी की गई सागौन की लकड़ी से सजाया जाएगा।

राम मंदिर के पहले तल का निर्माण तेजी से किया जा रहा हैं,मार्च 2024 तक अयोध्या में 1 करोड़ भक्तों के आने की

संभावना बताई गई है, इसके लिए रामलला के दर्शन करने के लिए 32 सीढ़ियां बननी गई है, जिसमें से 24 सीढ़ियां बन कर तैयार है, अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए एक करोड़ श्रद्धालु पहुंचने का अनुमांन लगाया गया यह संख्या और भी बढ़ सकती है, जिसके 5 करोड़ तक पहुंच सकती है।

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