सोलर मिशन: भारत इसी साल अपना सोलर मिशन लॉन्च करने की पूरी तैयारी में है, अमेरिका से 10 गुना सस्ती और आसान तरीके से उड़ेगी भारतीय उड़ाने!
6 हजार सेल्सियस से ज्यादा का तापमान और दूरी 15 लाख से ज्यादा एक गरम तारा इंडियन स्पेस ऑर्गेनाइजेशन सर्च इसरो का अगला मिशन एक नई खोज इसरो का ये अगला टारगेट मिशन आदित्य एल 1
क्या है ये आदित्य एल 1 .
इसी 2023 के महीने जून या जुलाई में इसरो एक मिशन की खोज करने जा रहे है उसे खोज का टारगेट चंद्रमा या पृथ्वी नहीं बल्कि सूर्य है, यह देश का पहला सौर मिशन होगा यह आदित्य एल 1 की वजह से सूर्य के अलग-अलग हिस्सों पर रिसर्च की जाएगी, सूर्य के चारो ओर मौजूद लेयर, एडमोस्फेयर कोरोना, फोटोस्फेलर क्रोमोस्पेर की पूरी जानकारी लेगा। बीते 26 जनवरी इंडियन इंस्टिट्यूट एट्रोफिजिस ने काफी इससे जुड़े सामान इसरो के हैंड ओवर किए है। 15 साल के बाद तैयार होने वाला यह मिशन सूर्य से 15 लाख की दूरी पे मौजूद अल्बर्ट एल1 में रखा जाएगा सूर्य और पृथ्वी के बीच बसा ये अल्बर्ट एल1 प्लेस की पूरी जानकारी रखेगा।
सोलर मिशन से दो फायदे हो सकते हैं।
1.इंफॉर्मेशन का जुटाया जानना इससे स्पेस में अल्बर्ट एल1 स्पेस का परीक्षण करेंगा, इससे मैग्नेटिक फोर्स की स्टडी करे वहां हो रहे विस्फोट और वहां की फोटोस को कलेक्ट करेगा स्पेस स्ट्रक्चर, लाइट का आइडिया मिलेगा।
2.स्पेस स्ट्रेंथ, दुनिया भर से जुड़े अलग-अलग 22 देशों ऐसे हैं जो स्पेस मिशन को अंजाम दे चुके हैं, ऐसे में भारत भी स्पेस मिशन में अपनी दावेदारी को मजबूत बनाएगा।
Note: मिशन मंगल हो यहां अल्बर्ट एल1 भारत की मौजूदगी इतनी जरूरी है क्योंकि इससे भारत में टेक्नॉलजी में और स्पेस में अपनी जगह बनाएगा।
5 Comments
LEAVE A REPLY
Your email address will not be published