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 करियर फंडा: अच्छे रिज्यूम से जॉब मिलने के चांसेस बढ़ जाते हैं, इसे दो पैसे ज्यादा ना बनाए,जाने इन आठ टिप्स से कैसे सरल और आसान भाषा में अपने रिज्यूम को करें तैयार?

एक अच्छा रिज्यूम आपको ना केवल एक अच्छी नौकरी प्रदान करता है बल्कि यह आपके व्यक्तित्व को देखता है, अपना रिज्यूम इस तरह से बनाएं कि आपका एंपलॉयर इसको एक नजर में देखकर आपके के टैलेंट को और आपके स्वभाव को बाखूबी परख सके। एंपलॉयर मात्र 2 या 3 सेकेंड के लिए देखकर अपने महत्व व्यक्तित्व को पहचान सकता है और वहां उसी आधार पर आपसे प्रश्न उत्तर करेगा, जानिए इसको बनाने के आठ आसान टिप्स।

रिज्यूम की भाषा। 

रिज्यूम एकदम सरल और सिंपल शब्दों में लिखा होना चाहिए जहां स्पष्ट तौर पर सेंटेंस समझ में आ रहें हो और छोटे सेंटेंस का उपयोग करें। ज्यादा बड़े-बड़े शब्दों और कठिन भाषा का यूज करने से बचे हैं साथ ही इसको सिंगल जैसे मैं, मेरा और सेकंड पर्सन यू,योर इस तरह के शब्दों को ज्यादा उपयोग करने से बचे।

रिज्यूम का आकार। 

एक अच्छा रिज्यूमे एक ही पेज का माना जाता है और अगर आपको ऐसा महसूस होता है कि बहुत इंपॉर्टेंट इंफॉर्मेशन आपकी पहले पेज पर पूरी तरह से नहीं आ पा रही है तो ही दूसरा पेज का इस्तेमाल करें।

रेफरेंस का होना। 

कोई भी कंपनी का एंपलॉयर को रिफरेंस तब चाहिए होता है जब वह आपको सीरियस ही रिक्रूट करने के बारे में सोच रहा होता है इसलिए रिफरेंस को एक अलग पेज पर लिख ले और अगर आपसे एंप्लॉय मांगे तभी आप उसको दे।

फोटो लगाएं या नहीं।

ज्यादातर एक्सपर्ट का कहना है कि रिज्यूम में फोटो नहीं लगानी चाहिए और अगर आप लगाते हैं तो वह आपका एंपलॉयर इसको लगाने को कहा आपके जिस प्रोफेशन इसकी मांग हो जैसे मॉडलिंग में, उसमें आप इसको लगा सकते है।

रिज्यूम का डिजाइनर। 

रिज्यूम सही फॉर्मेट में बनाने का तरीका यह है कि इसको सेंड मार्जिन करके और सुंदर लाइनको में लिखा होना चाहिए, अक्षर अलग अलग होने चाहिए जो की डिजाइन दार नजर प्रतीत आए। आजकल ऑनलाइन भी काफी अलग अलग तरीके के डिजाइनर रिज्यूम उपलब्ध है सही डिजाइन का चयन करें। अपने कंटेंट को देखते हुए। एक से ज्यादा  का रिज्यूम बना है तो दूसरा पेज नंबर अवश्य पड़ा होना चाहिए।

रिज्यूम का स्ट्रक्चर। 

सबसे पहले स्मेरी और ऑब्जेक्टिव के बारे में लिखें। इसके बाद अगर आपको कोई भी अनुभव है। किसी भी इस फिल्ड में तो उसको मेंशन करेंऔर बाद इसके अपने धर्म या जाति आदि का अनावश्यक तत्व देने से बचे हैं उसके बाद अपना एजुकेशन क्वालिफिकेशन लिखने के बाद अपनी पर्सनल इंफॉर्मेशन दे।

सत्य तत्वों का होना। 

यदि आप अपने रिज्यूम में झूठी कोई नॉलेजी या अन्य तत्वों के बारे,एजुकेशन के बारे में लिखते हैं तो ये जॉब का मामला है इसमें आगे चलकर आप को ही समस्या उठानी पड़ सकती है। इसलिए कहा भी जाता है ,ऑनेस्टी इस द बेस्ट पॉलिसी, इसी चीज को फॉलो करते हुए जो भी फैक्ट लिखे हैं, वह सत्य और सही है।

रिज्यूम लिखते वक्त ध्यान रखने वाली बातें।

यदि आप रिज्यूम में जो भी ईमेल एड्रेस डाल रहे हैं, उस ईमेल एड्रेस में आपका खुद का नाम आता हो और साथ ही वह आपका प्रोफेशनल ईमेल हो।

रिजिम हमेशा कवर लेटर में लिखकर, पीडीएफ फॉर्म में भेजें। अगर आप सीधा सा रिज्यूम भेज सकते हैं तो इसका फार्मेट बिगड़ने का खतरा रहता है इसलिए इसको पीडीएफ फॉर्म में करके दे तो  डिजाइनिंग स्ट्रक्चर्स सही रहता है।

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