Image description

भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान और वन्य जीव अभयारण्य

*प्राकृतिक और जीवों के संरक्षण के साथ-साथ सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय उद्यान बनाए जाते हैं।तथा राष्ट्रीय उद्यान को बड़ी मात्रा में संरक्षण प्रदान किया गया है। इसमें  मानव गतिविधियों पर मूल रूप से प्रतिबंधि लगाया जाता है,

*क्या है वन्यजीव अभयारण्य-

वन्यजीव अभयारण्यः की बात की जाये तो जानवरों की विशेष प्रजातियों की रक्षा के लिए इसकी आवश्यकता है तथा दूसरी ओर वन्यजीव अभयारण्य में पशुचारण जैसी कुछ मानवीय गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है

*भारत के प्रमुरव राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव अभयारण्य उत्तर - पूर्व भारत नन्धौर वन्यजीव अभयारण्य है उत्तराखंड के नैनीताल और चम्पावत जिलों में विस्तार इसका विस्तार है बाघों की बढ़ती संख्या के चलते टाइगर रिजर्व का दर्जा दिए जाने की चर्चा मे ये है तथा तराई आर्क लैंडस्केप यानी TAL के तहत है नन्धौर क्षेत्र इस मे आता है नन्धौर क्षेत्र गोला और शारदा नदियों के बीच स्थित ; इस क्षेत्र से गुजरती है नन्धौर नदी गुजराती है ।

*उत्तर - पूर्व भारत लीपा - असरा ( Lippa - Asara ) वन्यजीव अभयारण्य  हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित है यहाँ देखा गया था स्नो लेपर्ड गया था! 

*उत्तर - पूर्व भारत फाकिम वन्यजीव अभयारण्य नागालैण्ड मे स्थित है, इस अभयारण्य के फॉरेस्ट गार्ड ' अलेंबा यिमचुंगर ' को वर्ष 2019 में ' अर्थ डे नेटवर्क स्टार अवार्ड 'मिला था! 

*उत्तर - पूर्व भारत तृष्णा वन्यजीव अभयारण्य जो त्रिपुरा में स्थित है राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड ने ONGC को तृष्णा गैस प्रोजेक्ट के लिए दी गई मंजूरी तथा तृष्णा वन्यजीव अभयारण्य में प्राकृतिक गैस निकालने से संबंधित यह प्रोजेक्ट है यहा गौर या इंडियन बाइसन , हूलॉक गिबन , कैप्ड लंगूर और गोल्डन लंगूर इत्यादि प्रजातियाँ पाई जाती है! 

*उत्तर - पूर्व भारत पक्के ( Pakke ) नाम से जाता है वन्यजीव अभयारण्य इसे पखुई वन्यजीव अभयारण्य नाम से भी जाना जाता है अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग जिले में स्थित है इसकी दक्षिणी सीमा असम और अरुणाचल के बीच की राज्यीय सीमा से मिलती है तथा इस क्षेत्र का संरक्षित भाग पक्के और कामेंग नदियों के भूभाग के भीतर आता है और बार्किंग हिरण , हॉग हिरण और हॉर्नबिल इत्यादि प्रजातियाँ यह पाई जाती हैं! 

जिस तरह हमने उत्तर पूर्वी में स्थित उद्यान की बात करी चलिए देखते हैं कि दक्षिण में किस तरह यहां उद्यान स्थित है।

*दक्षिण भारत मे मुकुर्थी नेशनल पार्क है जो तमिलनाडु मे स्थित है यह नीलगिरी ताहर की बढ़ोतरी देखी गई ,यह सांभर , बार्किंग डियर , नीलगिरी मर्टन आदि पाए जाने वाले अन्य जीव है ये नीलगिरी बायोस्फीयर रिज़र्व का हिस्सा है ।

*दक्षिण भारत बनेरघट्टा नेशनल पार्क है जो कर्नाटक में स्थित है नेशनल पार्क के आसपास का क्षेत्र मानव - हाथी संघर्ष की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है यह बच्चों के लिए बंगलुरू के चंपकधाम पहाड़ियों की घाटी में जंगलों के बीच बना एक प्रसिद्ध जैविक मनोरंजन केंद्र है।

*दक्षिण भारत बांदीपुर नेशनल पार्क जो भीषण आग लगने के कारण चर्चा में रहा बांदीपुर नेशनल पार्क ये तमिलनाडु के मुदुमलाई वन्यजीव अभयारण्य और केरल के वायनाड वन्यजीव अभयारण्य और कर्नाटक के ही नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान के साथ मिलकर यह बनाता है भारत का सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिज़र्व ( नीलगिरी बायोस्फीयर रिज़र्व ) है यह गौर ( बैल की एक प्रजाति ) , सांभर , चीतल , माउस हिरण , चार सींग वाले मृग , जंगली सूअर , सियार आदि प्रजातियाँ पाई जाती हैं ।

*दक्षिण भारत अन्नामुडी शोला नेशनल पार्क जो की केरल में स्थित है यह राष्ट्रीय उद्यान मन्नवन शोला , इदिवारा शोला और पुल्लार्डी शोला से बना हुआ है • यह जंगली हाथी , बाघ , पैंथर , भारतीय बाइसन और नीलगिरी ताहर , फ्लाइंग गिलहरी , स्पॉटेड डियर , गौर इत्यादि की प्रजातियाँ पाई जाती हैं! 

*दक्षिण भारत अंशी नेशनल पार्क- कर्नाटक वायनाड वन्यजीव अभयारण्य जो की केरल में स्थित है तमिलनाडु के मुदुमलाई वन्यजीव अभयारण्य , कर्नाटक के बांदीपुर नेशनल पार्क और नागरहोल नेशनल पार्क के साथ मिलकर बनाता है यह भारत का सबसे बड़ा बायोस्फीयर रिज़र्व ( नीलगिरी बायोस्फीयर रिज़व )उद्यान है तथा यह हाथी , गौर , बाघ , तेंदुआ , सांभर , चित्तीदार हिरण , बार्किंग हिरण , जंगली सूअर , नीलगिरी लंगूर , मालाबार विशाल गिलहरी इत्यादि प्रजातियाँ पाई जाती हैं! 

*दक्षिण भारत पराम्बिकुलम वन्यजीव अभयारण्य जो की केरल में स्थित राज्य मे स्थित है अभयारण्य में पराम्बिकुलम , थनकाडावु , और पेरुवरिप्पल्लम नामक 3 मानव - निर्मित जलाशय है और यह तेंदुआ , हाथी , गौर , चित्तीदार हिरण , सांभर , नीलगिरी लंगूर इत्यादि प्रजातियाँ मिलती है?!

*दक्षिण भारत मेगामलाई वन्यजीव अभयारण्य है तमिलनाडु के थेनी और मदुरै जिले में स्थित है! 

*पश्चिम , मध्य और पूर्वी भारत बन्नी ग्रासलैंड गुजरात में स्थित है भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा प्राकृतिक घास का मैदान है यह पाकिस्तान में सिंध के साथ - साथ इसकी भौगोलिक सीमा बलूचिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों से लगती है बन्नी नेशनल पार्क 22 जातीय समुदायों के साथ - साथ ' मालधारी ' चरवाहों का घर है!

*पश्चिम , मध्य और पूर्वी भारत बांधवगढ़ नेशनल पार्क स्थित है मध्य प्रदेश में विंध्य पहाड़ियों पर इसका विस्तार है भारत में सबसे अधिक बाघ जनसंख्या घनत्व और रॉयल बंगाल टाइगर्स के लिए प्रसिद्ध है वर्तमान में सफेद बाघ के लिए एक प्रसिद्ध प्राकृतिक आवास है! 

*पश्चिम , मध्य और पूर्वी भारत नौरादेही अभयारण्य जो मध्य प्रदेश में स्थित नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी से कही गई अभयारण्य के चीता री - इंट्रोडक्शन प्रोजेक्ट को पुनर्जीवित करने की बात की गई है! 

*पश्चिम , मध्य और पूर्वी भारत भीतरकणिका नेशनल पार्क है जो ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में स्थित है ।भारत में सबसे बड़े मैंग्रोव इको सिस्टम में से एक है यह समुद्री कछुए , लेपर्ड कैट , फिशिंग कैट , जंगली बिल्ली , लकड़बग्घा , जंगली सूअर , चित्तीदार हिरण , सांभर , डॉल्फिन , खारे पानी के मगरमच्छ आदि प्रजातियाँ पाई जाती हैं तथा ब्राह्मणी , बैतरणी , धामरा और महानदी नदी के एश्चुरी ( ज्वारनदमुख ) पर स्थित है ।

*पश्चिम , मध्य और पूर्वी भारत गहिरमाथा समुद्री वन्यजीव अभयारण्य जो ओडिशा में स्थित है ओलिव रिडले कछुओं के लिए खासा प्रसिद्ध है।

*पश्चिम , मध्य और पूर्वी भारत चांडका दम्पारा अभयारण्य ओडिशा में स्थित है तथा यह बाँस में उपजने वाली चावल की एक प्रजाति bamboo rice का संचय शुरू होने की वजह से रहा चर्चा में रही है।

*पश्चिम , मध्य और पूर्वी भारत जलदापारा नेशनल पार्क जो पश्चिम बंगाल में स्थित है ।यह एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है यह बाइसन , हिरण , तेंदुए और पक्षियों जैसे प्रसिद्ध ग्रेट बैबिल आदि प्रजातियाँ पाई जाती हैं ।

*भारत के वर्तमान राष्ट्रीय उद्यान।

भारत के अंतर्गत अगर नेशनल पार्क की बात करी जाए तो लगभग 104 नेशनल पार्क है।भारत के प्रमुरव राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव अभयारण्य की बात की जाये तो सबसे पहले - 

*उत्तर - पूर्व भारत काजीरंगा नेशनल पार्क स्थित है जो असम में स्थित है इसे दो डिवीजनों में बाँटने का नोटिफिकेशन जारी किया गया था तथा पहला डिवीजन ' ईस्टर्न असम वाइल्डलाइफ ' और दूसरा ' बिस्वनाथ वाइल्डलाइफ ब्रह्मपुत्र नदी इन दोनों डिवीजनों को अलग करती है और एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है,यूनेस्को की World Heritage Site में शामिल है! 

*भारत के प्रमुरव राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव अभयारण्य मे दूसरी ओर शामिल है उत्तर - पूर्व भारत कंचनजंघा नेशनल पार्क है जो सिक्किम में स्थित है तथा भारत का पहला ' मिश्रित विश्व विरासत स्थल है  माउंट कंचनजंघाः विश्व की तीसरी सबसे ऊँची चोटी KHANSTHENTIONER NATIONAL PARK है जो जेमू ग्लेशियर सहित कई तालाब और अन्य ग्लेशियर इस पर्वत चोटी पर स्थित है  यूनेस्को की World Heritage Site में शामिल मे है!

*भारत के प्रमुरव राष्ट्रीय उद्यान एवं वन्यजीव अभयारण्य मे तीसरा उद्यान शामिल है उत्तर - पूर्व भारत के केइबुल लामजाओ नेशनल पार्क जो मणिपुर में स्थित है यह विश्व का एकमात्र तैरता हुआ उद्यान ( Floating park ) जो लोकटक झील पर अवस्थित है झील के लगभग 70 % हिस्से पर फैली घास- ' फुमडी ' है तथा यह संगाई हिरण ( Brow - antlered deer ) के लिए प्रसिद्ध  है! 

इसके अतिरिक्त कुछ और भी महत्वपूर्ण उधान है जो भारत में ही स्थित है इनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं।

*उत्तर - पूर्व भारत नामदफा नेशनल पार्क है जो अरुणाचल प्रदेश मानस नेशनल पार्क- असम मे जो स्थित है तथा ये दुधवा नेशनल पार्क- उत्तर प्रदेश के नाम से प्रसिद्ध है! 

*उत्तर - पूर्व भारत मे दाचीगाम नेशनल पार्क है जो जम्मू कश्मीर में स्थित है तथा कश्मीरी हांगुल के लिए प्रसिद्ध है! 

*उत्तर - पूर्व भारत जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क है जो उत्तराखंड में स्थित है ये भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है! 

*भारत के प्रमुख टाइगर रिजर्व।

दुधवा टाइगर रिज़र्व- जो की उत्तर प्रदेश मे है

सतकोसिया टाइगर रिज़र्व- ओडिशा मे है 

ओरांग टाइगर रिज़र्व- असम मे स्थित है 

देश का 49 वाँ टाइगर रिजर्व कामलांग टाइगर रिज़र्व- अरुणाचल प्रदेश मे है तथा 

देश का 50 वाँ टाइगर रिजर्व  सत्यमंगलम टाइगर रिज़र्व- तमिलनाडु मे स्थित है ।

मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व- तमिलनाडु मे है 

नागरहोल टाइगर रिज़र्व- कर्नाटक मे स्थित है 

बांदीपुर टाइगर रिज़र्व- कर्नाटक मे है 

पक्के टाइगर रिज़र्व- अरुणाचल प्रदेश मे है! 

*राष्ट्रीय उद्यान का महत्व और उद्देश्य-

सन 1936 में, भारत में पहला राष्ट्रीय उद्यान  हैली नेशनल पार्क के रूप में स्थापित किया गया था।राष्ट्रीय उद्यान का उद्देश्य जैविक विविधता को और मुख्य रूप से प्राकृतिक पर्यावरण की संरक्षण प्रदान करना था और साथ ही मनोरंजन और शिक्षा को बढ़ावा देना है 

*राष्ट्रीय उद्यान में प्रतिबंधित कार्य-

राष्ट्रीय उद्यान सभी जीवो के लिए बनाए जाते हैं और यहां शिकार करना और चराई करना पूरी तरीके से प्रतिबंधित है।वहीं दूसरी ओर अभ्यारण्य में अनुमति लेकर शिकार किया जा सकता है और चराई और मवेशियों की आवाजाही की अनुमति भी है।

*11 जनवरी‚ 2021 को पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने देश के 146 राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्यों का प्रबंधन प्रभावशीलता मूल्यांकन जारी किया।भारत सरकार द्वारा यह घोषणा भी की गयी कि वर्ष 2021 से 10 सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय उद्यानों‚ 5 तटीय और समुद्रीय पार्कों तथा देश के शीर्ष पांच चिड़ियाघरों को प्रतिवर्ष रैंकिंग के साथ सम्मानित किये जाने की बात की गयी।

2 Views