Image description

डिजिटल लोन से लोग हुए उत्साहित, इसके आंकड़े पिछले 1 साल से 4435 करोड़ से बढ़कर 14 करोड़ के पार हुए।

फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर्स एंपावरमेंट (फेस) इस कंपनी ने डिजिटल लैंडिंग में लोगो ने ऑनलाइन अप्लाई करके, इस प्रक्रिया को तेजी से बढ़ाते हुए 14.016 करोड़ लोन बाटे हैं।

जो कि आजकल काफी चर्चा में है और काफी कंस्यूमर का लोकप्रिय हो गया है।

क्या है, डिजिटल लेंडिंग!

डिजिटल लैंडिंग का मतलब होता है कि ऑनलाइन प्रक्रिया से लोग अपने खाते में क्रेडिट या लोन लेते हैं अमाउंट अपने खाते में लेते है और ऑनलाइन आवेदन करके उनको ये अमाउंट वेब और वेबसाइट मोबाइल की मदद से ऑनलाइन ही प्राप्त होता है। जुलाई से लेकर सितंबर तक जो आंकड़े सामने आए हैं वह पिछले 1 साल की तुलना में 216% ज्यादा है।

डिजिटल लोन बाटने की दर!

फिनटेक एसोसिएशन फॉर कंज्यूमर्स एंपावरमेंट (फेस) के सीईओ सुगंध सक्सेना ने कहा कि आरबीआई ने ऑनलाइन डिजिटल लोन डिस्ट्रीब्यूशन के जो भी तरीके और नियम बताएं उनका पूरी तरह से पालन करते हुए इसका उपयोग किया गया है। डिजिटल लेंडिंग के तौर-तरीकों का पालन करते हुए इसके कामकाज में तेजी आई है और बीते समय से जो 1.63% करोड़ इसमें वृद्धि हुई हैं इससे पता चलता है कि कंज्यूमर्स का इस पर भरोसा बढ़ा है।

डिजिटल लीडिंग एप और वेबसाइट के जरिए से जो भी लोन बांटे गए है उसमें कुछ 1.63% करोड़ लोन की बढ़ोतरी हुई जबकि सितंबर माह में बीते समय में 149% से ज्यादा ही रहा है, इस तरह बीते 3 महीनों में बांटे गए लोन का औसत 27% से बढ़कर 8.602 रुपए हो गया है।

डिजिटल जोन का महंगा होना!

लोगों को भाने वाला डिजिटल लोन रहा है अच्छा खासी महगा है। क्योंकि इसकी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की प्रोसेसिंग फीस 1.1_5.3 है और इसकी साल की ब्याज दर 14.5% से लेकर अब 38.5% हो गई है। इस तरह देखा जाए तो बैंकों की प्रोसेस पीस 5% और सालाना ब्याज रेट 7.90_31.50 हुई है।

इन कंपनियों में लोन इसलिए मांगे होते हैं क्योंकि इन कंपनियों में अमाउंट लागत अधिक लगती है। दूसरी बात यह भी है कि जो लोग बैंक से लोन लेने में सफल नहीं होते, वहां इस तरह से लोन ले सकते हैं और भी है कि इसमें लोन फसने की ही आशंकाएं ज्यादा बनी रहती है।

2 Views